ये ठंडी हवाएं
ये धूप का आँचल
पहाड़ों में कितना नूर है।
उड़ चला मैं फ़िज़ा में
घर से दूर फिर भी कितना सुकून है l
Home Shivam Solanki
ये ठंडी हवाएं
ये धूप का आँचल
पहाड़ों में कितना नूर है।
उड़ चला मैं फ़िज़ा में
घर से दूर फिर भी कितना सुकून है l